बिहार की खगड़िया लोकसभा सीट पर इस बार महागठबंधन में शामिल विकासशील इंसान पार्टी के मुकेश साहनी और लोक जन शक्ति पार्टी के चौधरी महबूब अली कैसर के बीच कांटे का मुकाबला है. मुकेश साहनी बॉलीवुड के फेमस सेट डिजाइनर हैं और निषादों की राजनीति में इनका बड़ा दखल है. बहुजन समाज पार्टी, राष्ट्रीय जनसंभावना पार्टी, आदर्श मिथिला पार्टी, प्राउटिस्ट सर्व समाज, आम अधिकार मोर्चा, आम जनता पार्टी राष्ट्रीय, बहुजन मुक्ति पार्टी, जनहित किसान पार्टी, शिवसेना, गरीब जनशक्ति पार्टी के साथ 8 निर्दलीय चुनाव मैदान में हैं.
बता दें कि बिहार की 5 सीट पर 23 अप्रैल को तीसरे फेज में मतदान होना है. 10 मार्च को लोकसभा चुनाव 2019 की घोषणा होने के बाद देशभर में चुनावी माहौल गरमा गया है. 28 मार्च को इस सीट के लिए नोटिफिकेशन निकला, 4 अप्रैल को नोमिनेशन की अंतिम तारीख, 5 अप्रैल को स्क्रूटनी और 8 अप्रैल नाम वापिसी की अंतिम तारीख थी. अब 23 अप्रैल के मतदान के लिए सभी दलों ने अपनी ताकत झोंक दी है. लोकसभा चुनाव 2019 के तीसरे चरण में 14 राज्यों की 115 लोकसभा सीटों पर मतदान होना है. मतदान का परिणाम 23 मई को आना है जिसमें तय होगा कि लोकतंत्र के इस सबसे बड़े आयोजन में किसको मिली जीत और किसे हार?
खगड़िया लोकसभा क्षेत्र बिहार के कुल 40 क्षेत्रों में एक है. चुनाव आयोग के 2009 के एक आंकड़े के मुताबिक यहां कुल वोटरों की संख्या 1,342,970 है जिनमें 630,898 महिला और 712,072 पुरुष मतदाता हैं. इस सीट पर अधिकांश बार जनता दल का कब्जा रहा है. बाद में यही पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जदयू) हो गई जिसने 1999 में जीत दर्ज की. उससे पहले 89,91 और 96 में तीन बार लगातार जनता दल ने इस सीट पर जीत हासिल की थी. साल 2014 के लोकसभा चुनाव में लोक जनशक्ति पार्टी के सांसद चौधरी महबूब अली कैसर विजयी रहे जिन्होंने आरजेडी की प्रत्याशी कृष्ण कुमारी यादव को हराया.
जनता दल और जेडीयू की पकड़ इस सीट पर भले मजबूत रही हो लेकिन पिछले कुछ वर्षों में आरजेडी भी यहां तेजी से उभरी है. 2004 के चुनाव में आरजेडी ने यहां अच्छी जीत हासिल की और इस बार भी एलजेपी को टक्कर देने की स्थिति में नजर आ रही है. खगड़िया मुंगेर डिवीजन में पड़ता है जिसका जिला मुख्यालय खगड़िया सिटी में है. 2011 की जनगणना के मुताबिक खगड़िया बिहार का सबसे कम आबादी वाला जिला है जहां 1,276,677 लोग रहते हैं.
2014 के लोकसभा चुनाव में इस सीट से एलजेपी उम्मीदवार चौधरी महबूब अली कैसर ने जीत दर्ज की. उन्होंने आरजेडी प्रत्याशी कृष्णा कुमारी यादव को हराया. कैसर को जहां 313806 वोट मिले तो यादव को 237803 वोट. वोट प्रतिशत देखें तो कैसर को जहां 35.01 प्रतिशत मत हासिल हुए तो कृष्णा यादव को 26.53 प्रतिशत वोट मिले. इस सीट पर तीसरे स्थान पर नोटा रहा जिसके तहत 23868 वोट दर्ज हुए. कुल वोटों का यह 2.66 प्रतिशत हिस्सा था. वोट स्वींग देखें तो इस सीट पर जेडीयू के वोट एलजेपी के खाते में गए और एलजेपी आरजेडी के खिलाफ आसानी से जीत गई. 2009 के चुनाव में जदयू के दिनेश चंद्र यादव जीते थे, वहीं 2004 के चुनाव में भी जदयू जीती थी लेकिन उम्मीदवार थे रविंद्र कुमार राणा. दिनेश चंद्र को 266964 वोट मिले थे जबकि राणा को 128209 वोट.
इस संसदीय क्षेत्र में छह विधानसभा सीटें हैं. इनके नाम हैं-सिमरी बख्तियारपुर, खगड़िया, हसनपुर, बेल्दउर, अलौली (एससी) और परबत्ता. इनमें अलौली विधानसभा सीट एससी के लिए आरक्षित है.
पिछले चुनाव में खगड़िया लोकसभा क्षेत्र में 1400 पोलिंग स्टेशन बनाए गए थे जिन पर कुल 1506587 वोटरों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. प्रति पोलिंग स्टेशन करीब 1076 लोगों ने वोट किया. इस चुनाव में 14 प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किए जिनमें 13 मैदान में उतरे जबकि एक ने अर्जी वापस ले ली. चुनाव के नतीजे आने के बाद 10 उम्मीदवारों के जमानत जब्त हो गए. कुल 13 उम्मीदवारों में 12 पुरुष और 1 महिला थी. विजेता एलजेपी प्रत्याशी महबूब अली कैसर रहे जबकि उप-विजेता आरजेडी की कृष्ण कुमार यादव थीं. कैसर ने 76003 वोटों से जीत हासिल की.